मेरे चारागर मेरी बात सुन, मेरे दर्द की दवा न दे / Mere Chaaraagar Meri Baat Sun, Mere Dard Ki Dawa Na De…

मेरे चारागर मेरी बात सुन , मेरे दर्द की तू दवा न दे मेरा दर्द हासिल-ए-इश्क़ है, मुझे ज़िंदगी की दुआ न दे

बेमक़्सद तन्हा मरने से तो, तुम पर मरना अच्छा है / Be-maqsad Tanha Marane Se To Tum Pe Marana Achchha Hai…

बेमक़्सद तन्हा मरने से तो, तुम पर मरना अच्छा है तुम्हारी ज़मीं पर इश्क़ का मेरा, पेड़ लगाना अच्छा है अच्छे बुरे की

अक्सर कुछ सुखे फूल, महक उठते हैं किताबों में / Kuchh Sookhe Phool, Mahak Uthate Hain Kitabon Mein…

कुछ सुखे फूल अक्सर, महक उठते हैं किताबों में सोंचता था भूल चुका मैं, हर बात इतने सालों में यादों के जज़ीरे पर

कोई ले गया रँगीनियाँ अबके बहार से / Koi Le Gaya Rangeeniyan Abke Bahaar Se…

कोई ले गया रँगीनियाँ अबके बहार से हम बेकार में रहे खफ़ा,गुले गुलज़ार से (रँगीनियाँ : beauty, गुले गुलज़ार : बगिचे का फूल)

जो जुनून था तेरे इश्क़ का अच्छा हुआ उतर गया / Jo Zunoon Tha Tere Ishque Ka Achchha Hua Utar Gaya…

जो जुनून था तेरे इश्क़ का अच्छा हुआ उतर गया हुई बारिशें भी ज़ोर से , फिर आसमाँ निखर गया कुछ राहज़न भी